वित्तीय कैलकुलेटर
सिम्पल इंटरेस्ट कैलकुलेटर


सिम्पल इंटरेस्ट कैलकुलेटर

सिम्पल इंटरेस्ट कैलकुलेटर ऋण या निवेश पर निर्धारित किए गए इंटरेस्ट की शीघ्र और सटीक गणना करने के काम आता है।

आपकी गणना में त्रुटि थी।

विषय सूची

  1. सिम्पल इंटरेस्ट प्लस मूलधन (प्रिंसिपल) कैलकुलेटर
  2. सिम्पल इंटरेस्ट कैलकुलेटर का इस्तेमाल करने के लिए आवश्यक जानकारी
  3. सिम्पल इंटरेस्ट की विशिष्टताएँ
  4. सिम्पल इंटरेस्टऔर कम्पाउन्ड इंटरेस्ट के बीच अंतर
  5. सिम्पल इंटरेस्ट के प्रयोग
  6. उदाहरण
    1. उदाहरण 1
    2. उदाहरण 2
  7. विभिन्न कारकों के लिए समाधान
    1. उदाहरण 3
  8. सिम्पल इंटरेस्ट की गणना करते समय ध्यान रखने योग्य टॉप टिप्स
    1. अपना डेटा को चेक करें
    2. यह अनुमान न लगाए कि इंटरेस्ट स्पष्ट रूप से उपार्जित होगा
  9. सारांश

सिम्पल इंटरेस्ट कैलकुलेटर

सिम्पल इंटरेस्ट प्लस मूलधन (प्रिंसिपल) कैलकुलेटर

सिम्पल इंटरेस्ट कैलकुलेटर से आपको यह पता चलता है कि आप अपने लोन (ऋण) की पूरी अवधि में कितना इंटरेस्ट प्राप्त कर सकते हैं या भुगतान कर सकते हैं।

यह कैलकुलेटर आपको उधार दिए हुए पैसे से मिलने वाले अनुमानित इंटरेस्ट का निर्धारण करते समय विभिन्न प्रकार के लोन (ऋण) का विश्लेषण करने के लिए काम आता है।

आप मूलधन (प्रिंसिपल), इंटरेस्ट रेट, या इंटरेस्ट अर्जित करने के समय की गणना करने के लिए सिम्पल इंटरेस्ट कैलकुलेटर का इस्तेमाल कर सकते हैं।

सिम्पल इंटरेस्ट कैलकुलेटर का इस्तेमाल करने के लिए आवश्यक जानकारी

सिम्पल इंटरेस्ट फॉर्मूला का इस्तेमाल करने के लिए आपको कुछ अलग इनपुट की आवश्यकता होगी। सबसे पहले, आपको लोन (ऋण) की मूल राशि की आवश्यकता होगी। फिर आपको लोन (ऋण) की इंटरेस्ट रेट और अवधि निर्धारित करने की आवश्यकता होगी। इसका इंटरेस्ट फॉर्मूला A=P(1+rt) होता है। फॉर्मूला में निम्नलिखित घटक शामिल हैं:

  • A = परिकलित इंटरेस्ट,
  • P = लोन (ऋण) राशि,
  • r = इंटरेस्ट रेट, दशमलव प्रारूप में,
  • t = लोन (ऋण) अवधि।

कैलकुलेटर का इस्तेमाल करने के लिए आपको चार में से तीन वेरीएबल की आवश्यकता होती है, इसलिए यदि आपके पास A, P, और r है, तो आप t को हल कर सकते हैं।

सिम्पल इंटरेस्ट की विशिष्टताएँ

सिम्पल इंटरेस्ट एक उधारकर्ता द्वारा निश्चित अवधि में उधार ली गई धनराशि के इस्तेमाल के लिए एक भुगतान की गई राशि है। यह केवल मूलधन (प्रिंसिपल) पर मूल राशि के प्रतिशत के रूप में इंटरेस्ट है। इंटरेस्ट पर इंटरेस्ट नहीं लिया जाता है।

सिम्पल इंटरेस्ट की रेट समय के साथ नहीं बढ़ती है, इसलिए आपको हमेशा पता रहेगा कि आपको कितना भुगतान करना है।

उधारकर्ताओं को सिम्पल इंटरेस्ट से लाभ होता है क्योंकि उन्हें केवल उनके द्वारा लिए गए लोन (ऋण) पर इंटरेस्ट का भुगतान करना होता है। लेकिन निवेशकों को सिम्पल इंटरेस्ट का नुकसान हो सकता है यदि उनका निवेश इसी पर आधारित है।

सिम्पल इंटरेस्ट लोन (ऋण) पर भुगतान करते समय, आप पहले उस महीने इंटरेस्ट का भुगतान करते हैं। शेष भुगतान लोन (ऋण) की मूल राशि चुकाने का करते है।

उदाहरण के लिए, आपके पास 5% वार्षिक प्रतिशत रेट वाला क्रेडिट कार्ड है और आप उस वर्ष के दौरान $2,000 की खरीदारी करते हैं। आपको क्रेडिट कार्ड कंपनी से उधार लिए गए 2,000 डॉलर और उस 2,000 डॉलर पर 5% इंटरेस्ट का भुगतान करना पड़ेगा। तो, शेष राशि का भुगतान करने पर आपका $2,100 का खर्च आएगा।

सिम्पल इंटरेस्टऔर कम्पाउन्ड इंटरेस्ट के बीच अंतर

सिम्पल इंटरेस्ट की गणना केवल प्रिंसिपल उधार राशि के बैलेंस पर की जाती है।

और कम्पाउन्ड इंटरेस्ट की गणना प्रिंसिपल बैलेंस और पिछली अवधियों से संचित इंटरेस्ट के आधार पर की जाती है। कम्पाउन्ड इंटरेस्ट में, बकाया राशि सिम्पल इंटरेस्ट की तुलना में बहुत तेजी से बढ़ती है।

कभी-कभी कम्पाउन्ड इंटरेस्ट को "इंटरेस्ट पर इंटरेस्ट का भुगतान" भी कहा जाता है।

कम्पाउन्ड इंटरेस्ट की वृद्धि ऐसे कारक से प्रभावित होती है जैसे कम्पाउन्डिंग की फ्रीक्वन्सी, अर्थात कम्पाउन्डिंग की फ्रीक्वन्सी। कम्पाउन्ड इंटरेस्ट की समय सीमा जितनी ज्यादा होगी, अर्थात कम्पाउन्डिंग अवधि, इंटरेस्ट रेट भी उतनी ही ज्यादा होगी।

कम्पाउन्ड अवधियां एक महत्वपूर्ण तत्व है जो सिम्पल और कम्पाउन्ड इंटरेस्ट के बीच अंतर करती है।

सिम्पल और कम्पाउन्ड इंटरेस्ट के बीच मुख्य अंतर यह है कि कम्पाउन्ड इंटरेस्ट पर बकाया राशि बहुत तेजी से बढ़ती है।

सिम्पल इंटरेस्ट के प्रयोग

सिम्पल इंटरेस्ट क्रेडिट कार्ड के बैलेंस पर लगता है। छात्र लोन (ऋण) और होम लोन (ऋण), मॉर्गिज सहित ज़्यादातर व्यक्तिगत लोन (ऋण) में सिम्पल इंटरेस्ट का ही इस्तेमाल होता है। ज़्यादातर कूपन बॉन्ड सिम्पल इंटरेस्ट का इस्तेमाल करते हैं।

इंटरेस्ट की गणना करने के लिए ग्राहक लोन (ऋण) और ऑटो लोन (ऋण) सिम्पल इंटरेस्ट का ही इस्तेमाल करते हैं। निवेशित आय की गणना के लिए सर्टिफिकिट ऑफ डिपाज़िट सिम्पल इंटरेस्ट का इस्तेमाल करते हैं।

सिम्पल इंटरेस्ट आमतौर पर अल्पकालिक लोन (ऋण) पर लागू होता है, और कुछ मॉर्गिज लोन (ऋण) भी इस गणना पद्धति का इस्तेमाल करते हैं। अमेरिका में, परिशोधन शे᠎̮ड् यू् ल् के साथ अधिकांश मॉर्गिज लोन (ऋण) पर सिम्पल इंटरेस्ट लोन (ऋण) लगता हैं।

कम्पाउन्ड इंटरेस्ट का इस्तेमाल अक्सर लॉन्ग टर्म इनवेस्टमेंट रिटर्न को बढ़ाने के लिए किया जाता है, जैसे कि 401 (k)s और अन्य निवेश। कम्पाउन्ड इंटरेस्ट का एक ओर इस्तेमाल बैंक खातों, विशेष रूप से बचत खातों में होता है। छात्र लोन (ऋण), मॉर्गिज और क्रेडिट कार्ड भी कम्पाउन्ड इंटरेस्ट का इस्तेमाल कर सकते हैं, इसलिए इन महत्वपूर्ण फाइनेंशियल निर्णय लेते समय इंटरेस्ट रेट पर ध्यान दें।

सिम्पल या कम्पाउन्ड इंटरेस्ट का इस्तेमाल करने के कोई कठोर नियम नहीं हैं। तो आपको अपने ऋणदाता से पूछ सकते है कि वे कौनसी इंटरेस्ट पद्धति कों काम में लेते हैं।

उदाहरण

उदाहरण 1

जेसी कार खरीदने के लिए लोन (ऋण) लेने पर विचार कर रहा है। लोन (ऋण) राशि 5,000 डॉलर होगी, जिसमें बैंक पांच साल के लिए 3% इंटरेस्ट लेता है। वह इंटरेस्ट की कुल कितनी राशि भुगतान करने की आशा कर सकता है?

इंटरेस्ट की गणना से निम्नलिखित समीकरण प्राप्त होती हैं:

A = $5,000 × (1 + 0.03 × 5) = $5,750

लोन (ऋण) राशि में से $5,000 घटाकर जेसी का कुल इंटरेस्ट खर्च $750 होता है।

उदाहरण 2

एना एक छात्र है जिसने कॉलेज ट्यूशन के एक वर्ष का भुगतान के लिए सिम्पल इंटरेस्ट पर लोन (ऋण) लिया, जिसकी लागत $20,000 है। लोन (ऋण) पर वार्षिक इंटरेस्ट रेट 5% है। एना ने चार साल के भीतर लोन (ऋण) चुकाया।

भुगतान किए गए सिम्पल इंटरेस्ट की राशि है:

$20,000 × 0.05 × 4 = $4,000

और कुल चुकाने वाली राशि:

$20,000 + $4,000 = $24,000

विभिन्न कारकों के लिए समाधान

हम सिम्पल इंटरेस्ट रेट के फॉर्मूले को चार अलग-अलग फ़ार्मुलों में दिखा सकते हैं। इनमें से प्रत्येक फॉर्मूला अलग-अलग वेरीएबल की समस्या को हल कर सकता है।

इंटरेस्ट की कुल राशि की गणना करें (मानक गणना)

$$A=P(1+rt)$$

बकाया मूलधन (प्रिंसिपल) की गणना करें

$$P = \frac{A }{ 1 + rt}$$

दशमलव रूप में इंटरेस्ट की गणना करें

$$r = (\frac{1}{t}) × (\frac{A}{P} - 1)$$

प्रतिशत के रूप में इंटरेस्ट की गणना करें

$$R = r × 100$$

उधार देने के समय की गणना करें

$$t = (\frac{1}{r}) × (\frac{A}{P} - 1)$$

उदाहरण 3

आइए लोन (ऋण) अवधि का पता लगाने के लिए रिवर्स गणना का प्रयास करें।

सारा 5% की इंटरेस्ट रेट की रेट पर $10,000 का लोन (ऋण) लेती है। परिकलित मूलधन (प्रिंसिपल) और इंटरेस्ट राशि $13,500 है। लोन (ऋण) की अवधि क्या है?

उपरोक्त इनवर्स गणना का इस्तेमाल करते हुए, हमें फॉर्मूला मिलता है:

$$t = \frac{1}{0.05} × \frac{13,500}{10,000} - 1$$

t को हल करने के बाद, आपको सात साल के लिए लोन (ऋण) मिलता है।

सिम्पल इंटरेस्ट की गणना करते समय ध्यान रखने योग्य टॉप टिप्स

अपना डेटा को चेक करें

आपने सही जानकारी दर्ज की है, यह सुनिश्चित करने के लिए अपने संभावित अनुबंध की शर्तों की जाँच करें। सिम्पल इंटरेस्ट कैलकुलेटर गणना को प्रभावित करने वाले कारकों से आपको परिचित कराते हुए परिणामों की विस्तार से व्याख्या करता है।

यह अनुमान न लगाए कि इंटरेस्ट स्पष्ट रूप से उपार्जित होगा

सिम्पल इंटरेस्ट प्लस मूलधन (प्रिंसिपल) कैलकुलेटर आपको उस इंटरेस्ट राशि का सामान्य अनुमान देता है जिसकी आप अपने लोन (ऋण) पर अपेक्षा कर सकते हैं।

स्वत: ही यह अनुमान न लगाए कि यह वही राशि है जो ऋणदाता आपसे वसूल करेगें। लोन (ऋण) मिलने के समय से लेकर हस्ताक्षर करने तक कुछ कारक बदल सकते हैं।

कुछ अनुबंध बाजार कारकों के आधार पर इंटरेस्ट वसूलते हैं, जिसका अर्थ है कि इंटरेस्ट रेट लोन (ऋण) के जीवनकाल के आधार पर बदल सकती है।

सारांश

व्यक्तियों और व्यवसायों के लिए सिम्पल इंटरेस्ट की गणना करने का तरीका समझना महत्वपूर्ण है। सभी लोन (ऋण) में, सिम्पल इंटरेस्ट रेट नहीं लगती है। कई लोन (ऋण) कम्पाउन्ड इंटरेस्ट उपार्जित करते हैं। जब ऐसी स्थितियां आती हैं, तो अपने लोन (ऋण) या निवेश पर कम्पाउन्ड इंटरेस्ट की गणना करने के लिए हमारे कम्पाउन्ड इंटरेस्ट कैलकुलेटर का इस्तेमाल कर सकते है।